🗳️ मुख्य तथ्य और तिथि (Key Facts and Dates)

  • बिहार विधान सभा चुनाव 2025 दो चरणों में होंगे: पहला चरण 6 नवंबर 2025 को 121 सीटों और दूसरा चरण 11 नवंबर 2025 को 122 सीटों पर मतदान होगा।​

  • कुल 243 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होगा। मतगणना 14 नवंबर 2025 को घोषित की जाएगी।​

  • यह चुनाव बहुध्रुवीय राजनीतिक प्रतिस्पर्धा, गठबंधनों की भूमिका, और जाति-आधारित मतदान प्रवृत्तियों के चलते खास हैं।​

  • पिछले चुनाव में कई सीटों पर 1000 वोट से कम के अंतर वाले मुकाबले हुए थे, जो 2025 में भी निर्णायक साबित हो सकते हैं।​

📊 डेटा और सांख्यिकीय पृष्ठभूमि (Data & Statistical Background)

  • 2020 विधानसभा चुनाव के आंकड़े:

    • RJD ने लगभग 23.11% वोट शेयर और 75 सीटें जीतीं।​

    • BJP ने लगभग 19.46% वोट शेयर और 74 सीटें हासिल कीं।​

    • JD(U) का वोट शेयर लगभग 15.39%, सीटें 43।​

    • INC ने लगभग 9.48% वोट शेयर और 19 सीटें हासिल कीं।​

  • एनडीए गठबंधन ने कुल 125 सीटें जीतकर बहुमत बनाया। महागठबंधन को 110 सीटें मिलीं।​​

  • वोटिंग टर्नआउट 2020 में लगभग 57.05% था।[legacy source]

  • बिहार में जाति आधारित वोटिंग अत्यंत महत्वपूर्ण है। OBC एवं EBC वर्ग का हिस्सा लगभग 63% है जबकि आगे की जातियाँ लगभग 15.5% हैं।​

  • RJD ने यादव और OBC वोटर रुझानों पर विशेष फोकस किया था।​

🧠 मतदान व्यवहार और संभावना सिद्धांत (Voting Behavior & Probability Theories)

  • बिहार की तीन सबसे प्रमुख राजनीतिक पार्टियाँ A, B, और C के बीच सीट जीतने की संभावनाएँ सामान्यतः 0.45, 0.35, और 0.20 हो सकती हैं।

  • इन संभावनाओं में उम्मीदवार की लोकप्रियता, वोट ट्रांसफर, मतदान दर में बदलाव, स्थानीय मुद्दे और गठबंधन प्रभाव सम्मिलित होते हैं।

  • सीट पर मार्जिन ऑफ विक्ट्री का औसत लगभग 15,000 वोट और मानक विचलन 8,000 वोटों के आसपास होता है, जिससे सुरक्षित और संघर्षशील सीटों के बीच भेद स्पष्ट होता है।

  • मतदान दर में 5% की वृद्धि (जैसे 57% से 62%) युवा और प्रवासी वोटरों के कारण हो सकती है, जो चुनाव परिणामों को प्रभावित कर सकती है।

🔍 बिहार की महत्वपूर्ण सामाजिक-राजनीतिक परिस्थितियाँ (Unique Socio-Political Factors)

  • बिहार राजनीति में जाति, उपजाति और सामाजिक पहचान का गहरा प्रभाव है। यादव वर्ग RJD के मजबूत वोट बैंक के तौर पर कार्य करता है।

  • विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, आधारभूत संरचना जैसे मुद्दे भी तेजी से वोटिंग पैटर्न में स्थान बना रहे हैं।

  • 2020 में LJP की 137 सीटों पर उम्मीदवार उतारने से JD(U) को नुकसान पहुंचा और वोट कटाव हुआ।

  • गठबंधन और वोट ट्रांसफर की रणनीति जीतने में केंद्रीय भूमिका निभाती है।

📈 प्रत्याशित विश्लेषण और पूर्वानुमान (Analytical and Predictive Modeling)

  • IANS-Matrize के September 2025 सर्वे के अनुसार, NDA गठबंधन को 150-160 सीटें मिलने की संभावना है, जबकि महागठबंधन को 70-85 सीटें मिल सकती हैं।​

  • वोट शेयर में NDA को 49%, महागठबंधन को 36% वोट मिलने का अनुमान है।​

  • राजनीतिक विश्लेषण, सीट स्तर के लॉजिस्टिक रिग्रेशन या रैंडम फॉरेस्ट मॉडल के आधार पर जीत की संभावनाएँ निकाली जा रही हैं।

  • चुनाव में मुख्य मुकाबला 52 ‘मार्जिनल’ यानी लड़ाकू सीटों पर होगा, जहां पिछले चुनाव में 5,000 से कम मतों के अंतर से नतीजे आए थे।​

🔍 डेटा दृश्य (Data Visualization Suggestions)

  • बार चार्ट में 2010, 2015, 2020, और 2025 के वोट शेयर का तुलनात्मक विश्लेषण।

  • लाइन ग्राफ में समय के साथ वोट शेयर में बदलाव।

  • 2020 वोट शेयर पाई चार्ट।

  • NDA vs MGB स्टैक्ड बार चार्ट

🧾 संक्षिप्त सार (Summary & Key Insights)

  • बिहार विधानसभा चुनाव 2025 6 और 11 नवंबर को होंगे, कुल 243 सीटें हैं और मतगणना 14 नवंबर को होगी।

  • 2020 में RJD 75 सीटें, BJP 74 सीटें और JD(U) 43 सीटें जीतकर प्रमुख पार्टियाँ थीं।

  • जाति और सामाजिक पहचान बिहार के चुनावी फैसलों में निर्णायक भूमिका निभाती है, विकास से जुड़े मुद्दे भी बढ़ते प्रभाव के साथ सामने आ रहे हैं।

  • संभावना आधारित मॉडलिंग और सांख्यिकी से सीट स्तरीय जीत की भविष्यवाणी की जा सकती है, पर मतदान दर और वोट ट्रांसफर की अनिश्चितता चुनौती बनी रहेगी।

  • चुनावी आंकड़ों को समझने के लिए ग्राफिक्स और विज़ुअलाइजेशन ज़रूरी हैं, जो “आंकड़ों की कहानी” दर्शाते हैं।

By Chandan

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